गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
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18 Nov 2020 03:13 PM
सुंदर
वो एहद ,एहद ही क्या है , जिसे निभाओ भी ,
हमारे बाद अगर याद आए , तो भूल जाओ भी ,
हमें तो वादों पर यक़ीं है , गुज़ार लेंगे ये ज़िंदगी ,
तुम बावफ़ा होकर ज़िंदगी गुज़ार कर बताओ भी ,
श़ुक्रिया !