दिल ने सदमे बहुत उठाएं हैं , आप लेकिन अभी पराए हैं , ज़ख्मी ज़ख्मी हो गए हैं दिलो जाँँ , तीर क्यों बेनिशांं चलाए हैं ,
श़ुक्रिया !
You must be logged in to post comments.
दिल ने सदमे बहुत उठाएं हैं ,
आप लेकिन अभी पराए हैं ,
ज़ख्मी ज़ख्मी हो गए हैं दिलो जाँँ ,
तीर क्यों बेनिशांं चलाए हैं ,
श़ुक्रिया !