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मुक़द्दर का मैं बादशाह नहीं ,
फ़ितरत का मैं कलाकार नहीं ,
अपना ज़मीर-ओ-ईम़ान जगाए रहता हूं ,
हौसले मेरे बुलंद हैंं , मुसीबतों से घबराता नहीं ,
मुश्किलों को हराने की हिम्मत रखता हूं ,

श़ुक्रिया !

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हार्दिक धन्यवाद आदरणीय

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