दोस्तों की नज़रों को तीर पढ़ूँँ , दुश्म़नों की ज़ुबाँँ को खंजर पढ़ूँँ ,
श़ुक्रिया !
You must be logged in to post comments.
दोस्तों की नज़रों को तीर पढ़ूँँ ,
दुश्म़नों की ज़ुबाँँ को खंजर पढ़ूँँ ,
श़ुक्रिया !