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25 Sep 2020 10:49 PM

बहुत सुंदर

अपने सीने में
चान्द का अक्स
लिये, इतरा रहा
था समुद्र !

और दूर कहीं
अपनी शरारत
पर मुस्करा रहा
था चन्द्र !!

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26 Sep 2020 03:28 PM

Bahut badhiya

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