Mamta Singh Devaa
Author
6 Oct 2020 01:42 PM
सच कहा आपने…हृदय से आभार ?
ये दुनिया इंसानी फितरत का संसार है।
जज़्बों के पीछे छुपा खुदगर्ज़ी का व्यापार है।
श़ुक्रिया !