सुरेश कुमार चतुर्वेदी
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10 Sep 2020 11:54 AM
आपको सादर नमस्कार धन्यवाद सर
राहेंं अनजान सही , ग़र इरादे मज़बूत हों तो श़िद्दत -ए- सफ़र में कामय़ाबी की मंज़िल ख़ुद ब ख़ुद हासिल होती है ।
श़ुक्रिया !