धन्यवाद श्रीमान चतुर्वेदी जी, यह हो सकता है कि उन्हें इसके माध्यम से कुछ लोकप्रियता हासिल हो जाए, लेकिन जनहित के मुद्दों को उठाने का प्रयास आज कर कौन रहा, और यह तो पूर्व की सरकारों के विरुद्ध यही कर रहे थे, तथा आज के सत्ताधारी उनकी प्रशंसा करते रहते थे, आज वही उन्हें अराजक एवं राष्ट्र विरोधी घोषित करने लगे हैं। ऐसे लोगों को हम और कुछ नहीं तो मौन सहयोग तो कर ही सकते हैं, चाहे वह साम्यवादी हों,या सामाजिक कार्यकर्ता। आशा है आप मेरी बात को अन्यथा नहीं लेंगे,सादर प्रणाम।
धन्यवाद श्रीमान चतुर्वेदी जी, यह हो सकता है कि उन्हें इसके माध्यम से कुछ लोकप्रियता हासिल हो जाए, लेकिन जनहित के मुद्दों को उठाने का प्रयास आज कर कौन रहा, और यह तो पूर्व की सरकारों के विरुद्ध यही कर रहे थे, तथा आज के सत्ताधारी उनकी प्रशंसा करते रहते थे, आज वही उन्हें अराजक एवं राष्ट्र विरोधी घोषित करने लगे हैं। ऐसे लोगों को हम और कुछ नहीं तो मौन सहयोग तो कर ही सकते हैं, चाहे वह साम्यवादी हों,या सामाजिक कार्यकर्ता। आशा है आप मेरी बात को अन्यथा नहीं लेंगे,सादर प्रणाम।