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पास बैठो तबियत बहल जाएगी।
मौत भी आ गई हो तो टल जाएगी।
धार काजल की तुम और तीखी करो।
मांग होठों की मीठी हंसी से तुम भरो।
एक शम्मा सी अंधेरे में जल जाएगी।
जिंदगी रोशन हो खुशियों से भर जाएगी।

श़ुक्रिया !

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9 Aug 2020 09:33 PM

???

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