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इस भरी दुनिया में कोई भी हमारा ना मिला
गैर तो गैर थे अपनों का सहारा ना मिला
इस जिंदगी के सफ़र में हम अकेले ही रहे
जिंदगी हमें आजमाती रही
हम जिंदगी को आजमाते रहे।

श़ुक्रिया !

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Yahan gair kaun aur apna kaun kahna mushkil hi
Dhanyawad

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