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शिकवे शिकायत करने के लिए उम्र पड़ी है।
वैसे भी ये ज़िंदगी ग़मों से भरी पड़ी है।
आओ हंसी खुशी दो पल गुजार लेंं।
आओ मस़र्रत के ये लम्हे संवार लेंं।

श़ुक्रिया !

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19 Jul 2020 05:33 PM

Thank you ji

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