रूह को जिस्म़ से उतार दिया है। अब मैंने ज़िंदा लाश लिए ज़िंदगी जीना सीख लिया है।
श़ुक्रिया !
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रूह को जिस्म़ से उतार दिया है।
अब मैंने ज़िंदा लाश लिए ज़िंदगी जीना सीख लिया है।
श़ुक्रिया !