Salil Shamshery
Author
17 Jul 2020 11:31 AM
सादर धन्यवाद महोदय।
दिल में एक लहर सी उठी है अभी।
कोई ताज़ा हवा चली है अभी।
वक्त के बेनिशाँँ ज़ज़ीरों से कोई आवाज़ आ रही है अभी।
श़ुक्रिया !