Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings

दिल में एक लहर सी उठी है अभी।
कोई ताज़ा हवा चली है अभी।
वक्त के बेनिशाँँ ज़ज़ीरों से कोई आवाज़ आ रही है अभी।

श़ुक्रिया !

You must be logged in to post comments.

Login Create Account
17 Jul 2020 11:31 AM

सादर धन्यवाद महोदय।

Loading...