न तुम हमें जानो ना हम तुम्हें जाने। मगर लगता है कुछ ऐसा मेरा हमदम मिल गया।
श़ुक्रिया !
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श़ुक्रिया ji…. Shayam ji!
न तुम हमें जानो ना हम तुम्हें जाने।
मगर लगता है कुछ ऐसा मेरा हमदम मिल गया।
श़ुक्रिया !