जिंदगी के ए़़हसास का इज़हार चंद अल्फ़ाज़ों में कर लेता हूं। दर्द-ए-ग़म को चंद आश़आरो में पिरोकर पेश कर देता हूं।
श़ुक्रिया !
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बहुत सुंदर
जिंदगी के ए़़हसास का इज़हार चंद अल्फ़ाज़ों में कर लेता हूं।
दर्द-ए-ग़म को चंद आश़आरो में पिरोकर पेश कर देता हूं।
श़ुक्रिया !