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5 Jul 2020 05:24 PM

बहुत सटीक और निर्भीकता से अपने विचार व्यक्त करने पर बधाई! हां लगभग यही तो हो रहा है, और यह स्थिति भविष्य के लिए काफी घातक होने वाली है, क्योंकि धीरे धीरे लोगों में सहनशक्ति भी घट रही है, तथा वैचारिक मतभेद पर लड़ने-मरने पर उतारू होने लगे हैं! भगवान भला करे ऐसे लोगों का।

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19 Aug 2020 06:41 PM

जी उनियाल जी आपका हार्दिक आभार धन्यवाद। ??

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