Mamta Singh Devaa
Author
2 Jul 2020 04:28 PM
सही कहा आपने…बहुत धन्यवाद ?
आपके कथन से यह प्रतीत होता है कि किसी ना किसी रूप में पारलौकिक शक्तियों का अस्तित्व होता है। यह केवल कोरी परिकल्पना मात्र नहीं है इसे अनुभव से ही जाना जा सकता है। यद्यपि जिन्होंने इसे अनुभव नहीं किया है वे इसे कपोल कल्पित ही मानेंगे।
धन्यवाद !