व्यवस्था पर कटाक्ष, और हुक्मरानों पर सटीक व्यंग्य,इन पंक्तियों में ़़़़़़़़़
You must be logged in to post comments.
व्यवस्था पर कटाक्ष, और हुक्मरानों पर सटीक व्यंग्य,इन पंक्तियों में ़़़़़़़़़