अरविन्द व्यास
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19 Jun 2020 04:23 PM
धन्यवाद जी, आप समझे नही … इसमें सत्य जिन्दादिली ही है
ज़िंदगी को इतना दूभर ना बनाओ।
ज़िंदादिली से जियो सहज खुश़गवार बनाओ।
धन्यवाद !