Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings

चाय न हो तो सब सूना लागे।
आलस न जाए निंदिया आए ।
सिर भारी लागे गुस्सा आए ।
गरमा गरम चुस्की को मन ललचाए ।
हाय रे हाय बिन चाय ये दिन ना जाए ।

धन्यवाद !

You must be logged in to post comments.

Login Create Account
17 Jun 2020 08:29 AM

☺☺?

Loading...