Seema katoch
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15 Jun 2020 10:01 PM
बहुत बहुत धन्यवाद जी
मार्मिक श्रद्धांजलि
दोस्तों को कभी अकेला ना छोड़िये
हाल चाल तो बस यू लेते ही रहिये।
बच भी जाती है जाने कई,
दोस्ती के हुनर पर भरोसा तो कीजिए ।।
इतनी शीघ्र इतनी संवेदनशील एवम् मार्मिक रचना
कहीं जिन्न तो काबू में नहीं कर लिये हैं
सादर अभिवादन दिल के तारों की नेचुरल फ्रिक्वेंसी को भांप कर रिसोनेन्स में उद्देलित करने के लिए