सर जी ,ऐ नेता लोग ही सबसे ज्यादा जातिवाद धर्म संप्रदाय,ऊच नीच को बढ़ावा देते हैं,यही लोग इन सब आपत्ति जनक पदार्थों का बितरण करबाते हैं, वोट तो इन्हें सभी देते हैं, जब ऐ कुर्सी पर बैठ जाते हैं, तो इनमें एक दूसरे को भिन्न नहीं समझते और उन्हीं को गले लगाते हैं ,जो कुछ घूस दे सके,।
सर आपकी भावनाओं को ठेस पहुंची हो तो माफ़ करना, लेकिन देश की हक़ीक़त यहीं हैं,।
सर जी ,ऐ नेता लोग ही सबसे ज्यादा जातिवाद धर्म संप्रदाय,ऊच नीच को बढ़ावा देते हैं,यही लोग इन सब आपत्ति जनक पदार्थों का बितरण करबाते हैं, वोट तो इन्हें सभी देते हैं, जब ऐ कुर्सी पर बैठ जाते हैं, तो इनमें एक दूसरे को भिन्न नहीं समझते और उन्हीं को गले लगाते हैं ,जो कुछ घूस दे सके,।
सर आपकी भावनाओं को ठेस पहुंची हो तो माफ़ करना, लेकिन देश की हक़ीक़त यहीं हैं,।