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आधुनिक परिपेक्ष में अंतरजातीय विवाह एक आम बात हो गई है। सामाजिक परिवर्तन एवं युवा पीढ़ी में आधुनिक सोच इसका मुख्य कारण है। यदि एक तरह से सोचा जाए तो यह एक सकारात्मक दिशा में क्रांतिकारी सामाजिक परिवर्तन है। परंतु इसके दूरगामी नकारात्मक प्रभाव भी परिलक्षित होते हैं।
युवा पीढ़ी भावनाओं में बहकर कभी-कभी अंतर्जातीय विवाह करने की भूल कर बैठते हैं। मूलभूत संस्कारों एवं सामाजिक मान्यताओं में अंतर से विवाहित व्यक्तियों में सोच का सामंजस्य स्थापित नहीं हो पाता जो उनमें विवाद का कारण बनता है।
जिसके फलस्वरूप उनमें तनाव उत्पन्न होकर कभी-कभी संबंध विच्छेद का कारण भी बन जाता है।
पुरुष प्रधान समाज में नारी की आर्थिक आत्मनिर्भरता के चलते नारी में आत्म सम्मान की भावना प्रबल रूप में विकसित होती है। कभी-कभी यह भावना अहम का रूप ले लेती है जिसे पुरुष को स्वीकार्य नहीं होता। जो मुख्य रूप से विवाद का कारण बनती है। एकीकृत परिवारों के होने से भी बड़े बूढ़ों के सलाह का अभाव होता है। सलाह के लिए युवा अपने दोस्तों और समूह के हितैषियौं पर निर्भर रहते हैं। जो कभी-कभी गलत सलाह का कारण बनते हैं। आधुनिक समाज में वैवाहिक संबंध विच्छेद एक आम बात बनती जा रही है।

धन्यवाद !

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