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22 May 2020 01:10 PM

बिल्कुल सत्य विचार है। जिस प्रकार जीवन में सुख – दुख हमारा साथी है ठीक उसी प्रकार विकार भी हमारे अंदर विराजमान रहता है ये हम पर निर्भर है कि हम परिस्थितियों को कैसे संभालते है।।

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22 May 2020 09:39 PM

बिल्कुल सही।

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