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15 May 2020 04:23 PM

Aapko In line ke liye Sadar Naman वहम था मेरा,
कि दिखाई देता है तुम्हें,
सुनाई देता है तुम्हें,
पर सच में यह वहम था मेरा,
तुम पढ़े-लिखे वाइट collared लोग,
तुम्हें कहाँ दिखाई देता है,
सड़कों पर पैदल चलता मजदूर,
वक़्त और हालातों से मजबूर,

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धन्यवाद, आप ही मेरे प्रेरक है, अगर आज कुछ अच्छा लिख पा रही हूँ, तो उसकी एक वजह आप भी हैं,??????

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