Jayanti Prasad Sharma
Author
13 May 2020 11:49 AM
बहुत सुंदर
आपकी बहुमूल्य टिप्पणी के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।
जीवन बीता पटरी पटरी।
रीति नीति की कर रखवारी ।
जोड़ तोड़ से न की यारी ।
उसकी कैसे आए बारी।
पर सिद्धांत बहुत जीवन में ।
यही सब पर पड़ता भारी ।
बहुत बढ़िया ।
बहुत शुक्रिया जी ।