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6 May 2020 09:38 AM

दिल की अनंतिम गहराइयों से कभी ऐसा लेख लिखना चाहता था पर कभी मौका नहीं मिला। पर आज आपकी लेखनी ने जैसे मेरे हृदय की हर बात बिना सुने ही का डाली हो। अत्यंत सुंदर लेख।

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आपका प्यार है,जो हमें यह अवसर मिला।

अवसर देने वाला सिर्फ इस नश्वर संसार का जनक वो सर्वशक्तिमान है हम सब तो मात्र कीड़े मकोड़े हैं।

आपका प्रेम

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