Shyam Sundar Subramanian
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6 May 2020 11:18 AM
धन्यवाद !
स्वार्थ रुपी तराजू का पलड़ा जबतक हल्का नहीं होगा तब तक आतंक और आतंकवादी का समापन नहीं हो सकता है ।स्वार्थी लोगों में संवेदना कहाँ होती है ।उत्तम संदेश ।धन्यवाद!