Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings

तेरी च़ाहत के ए़़हसास में मैं इस क़दर पश़ेमाँ हूं।
कुछ समझ ना पाऊं के तुम मुझमें समायी हो
या मैं तुझमें समाया हूं।

श़ुक्रिया !

You must be logged in to post comments.

Login Create Account
24 Apr 2020 06:48 AM

बेहद खूबसूरत

Loading...