अंजनीत निज्जर
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22 Apr 2020 11:34 PM
वाह!! क्या ख़ूब कहा आपने,
धन्यवाद ??
हैरतों के सिलसिले सोज़े निहांं तक आ गए।
हम तो दिल तक चाहते थे तुम तो जाँ तक आ गए।
श़ुक्रिया !