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13 Apr 2020 07:15 AM

आज सशन्कित समस्त विश्च
कोरोना के भय से भयभीत
मृत्यू शाश्वत सत्य,जीव पथिक
चिन्ता क्यों, जब प्रभु है मीत

समुद्र तट के पर उठती गिरती लहरों सा लय बद्ध गीत अमीर खुसरो की पहेली सा कौतूहल पैदा करता है।
सुंदर अभिव्यक्ति

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17 Apr 2020 10:14 PM

शुक्रिया

18 Apr 2020 04:39 AM

अपनी प्रथम रचना sahityopedia में प्रकाशित की है। प्रीतिक्रिया का स्वागत है।

23 Apr 2020 02:20 PM

Sorry for delay ,I login to sahityapedia after so many days

24 Apr 2020 10:08 AM

व्यस्तताओं में से समय निकालने हेतू सादर आभार। यह समय विशेष रूप से एक दूसरे के ंंमनोबल बढाने का है ।अपना तथा अपने परिवार का ख्याल रखे।

15 May 2020 01:15 PM

Ji,,शुक्रिया

22 May 2020 07:49 AM

काफी समय से नयी कृति से साक्षात्कार नहीं हुआ ।
रचनाएँ मानव मन को नया बनाये रखती है ।
सृजन करते रहे।

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