Seema katoch
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12 Apr 2020 08:42 PM
शुक्रिया जी
शुक्रिया जी
कुछ ख्य़ाल ज़ेहन पर हमेशा छाए रहते हैं।
शायद ये अनजान खौफ़ है जिसमें हम डूबे रहते हैं।
श़ुक्रिया !