सुखविंद्र सिंह मनसीरत
Author
8 Apr 2020 07:19 PM
आभार
आभार
चलो कुछ दिल्लगी कर लेते हैं ।
कुछ दिल की बातें कर लेते हैं ।
इस माय़ूसी के आलम़ को कुछ पल के लिए खुश़ग़वार बना लेते हैं।
श़ुक्रिया !