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4 Apr 2020 11:18 PM

आवश्यकता से अधिक भरोसा करना भी तो एक नादानी है, वह भी तब जब वह मित्र भी न हो!भारत को समय-समय पर उसने यही जताया है कि वह अपने देश के हित में ही काम करते रहना चाहिए ,हमें उसने पाक के लिए गलत साबित करने का हर प्रकार के षड्यंत्र रचे हैं, इसके बाद भी हम उसे तरजीह देते रहे हैं, श्रीमन चूक तो हम ही करते आए हैं,और कब तक चलेगा कोई नही बता सकता है ।

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5 Apr 2020 12:20 AM

आपका कथन सत्य है ।
हम हमेशा चीन पर विश्वास करते आए हैं और उसने हमेशा हमें धोखा दिया है।

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