Gautam Jain
Author
31 Mar 2020 07:48 PM
बहुत खूब ,बेहद शुक्रिया
यूं ही हम रहे जुदा-जुदा तुम्हें क्या मिला हमें क्या मिला।
कभी तुम खफ़ा कभी हम खफ़ा कभी ये ग़िला कभी वो ग़िला।
कितने बुरे थे वो दिन सऩम कितनी हस़ीन सी ये रात है ।
श़ुक्रिया !