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शब्दों की है अपनी सीमा ,
ज्यादा बयां ना कर पाउंगी ।

अंजाने लफ़्ज़ों के सलीके अपने ,
हर बात लिख ना दिखा पाउंगी ।

समझ सको तो समझ लेना ,
वरना मैं करके भी दिखाउंगा ।

? धन्यवाद ?

आपकी प्रस्तुति अति सुन्दर ?
थोडी मेल खाती है

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