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2 Mar 2020 05:18 PM

अत्यंत भावपूर्ण चित्रण

प्रेम मे वार्तालाप के रस का प्रमुख स्थान है, कवि बिहारी,
का सोलहवीं सदी का प्रसिद्ध दोहा है।

बतरस लालच लाल की, मुरली धरी लुकाइ।
सौंह करैं भौंहनु हँसै, दैन कहैं नटि जाइ॥
#Biharilal #KaviBihari

… गोपियों ने कृष्ण की मुरली इसलिए छुपा दी ताकि उन्हें कृष्ण से बातें करने का मौका मिल जाए । साथ में गोपियाँ कृष्ण के सामने नखरे भी दिखा रही हैं, वे अपनी भौहों से तो कसमे खा रही हैं लेकिन उनके मुँह से ना ही निकलता है। #LordKrishna #Gopika

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3 Mar 2020 12:04 PM

Thanks for such inspiring words

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