विनय कुमार करुणे
Author
25 Feb 2020 11:48 PM
Bilkul sahi baat hai
इंसानी फ़ितरत तो इस क़दर है ।
अपने मुक़द्दर को भी धोखा देने की कोश़िश करता इंस़ा नज़र आता है ।
श़ुक्रिया !