अरविन्द राजपूत 'कल्प'
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22 Feb 2020 11:40 AM
जय हो आदरणीय
चढ़ती हुई उम्र है तो क्या अभी तो दिल जवां है।
अभी भी मेरी शायरी पर लाखों हसीन फिदा हैं।
श़ुक्रिया !