हर अंधेरी श़ब के बाद ऩूर भरी स़हर होगी । हर ख़िज़ां के बाद मुस्कुराती हुई बहार होगी।
शुक्रिया !
You must be logged in to post comments.
??
हर अंधेरी श़ब के बाद ऩूर भरी स़हर होगी ।
हर ख़िज़ां के बाद मुस्कुराती हुई बहार होगी।
शुक्रिया !