Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
Activity
Ajit Kumar "Karn" liked their post खुद का मनोबल बढ़ा कर रखना पड़ता है
3 months ago
Ajit Kumar "Karn" liked their post औरत की दिलकश सी अदा होती है,
3 months ago
Ajit Kumar "Karn" liked their post पहली दफ़ा कुछ अशुद्धियाॅं रह सकती है।
3 months ago
Ajit Kumar "Karn" liked their post कोई कमी जब होती है इंसान में...
3 months ago
Ajit Kumar "Karn" liked their post आदमी की आदमी से दोस्ती तब तक ही सलामत रहती है,
3 months ago
Ajit Kumar "Karn" liked their post ज़िंदगी की जंग जीतनी हो....
3 months ago
Ajit Kumar "Karn" liked their post सम्मान बचाने के लिए पैसा ख़र्च करना पड़ता है।
3 months ago
Ajit Kumar "Karn" liked their post आदमी कई दफ़ा झूठ बोलता है,
3 months ago
Ajit Kumar "Karn" liked their post तुम जो भी कर रहे हो....
3 months ago
Ajit Kumar "Karn" liked their post मेरी कलम आग उगलेगी...
3 months ago
Ajit Kumar "Karn" liked their post मैंने यह जान लिया कि....
3 months ago
Ajit Kumar "Karn" liked their post विचार-विमर्श के मुद्दे उठे कई,
3 months ago
Ajit Kumar "Karn" liked their post आज के रिश्ते में पहले वाली बात नहीं रही!
3 months ago
Ajit Kumar "Karn" liked their post सफ़र कोई अनजाना हो...
3 months ago
Ajit Kumar "Karn" liked their post मेहनत करने में जितना कष्ट होता है...
3 months ago
Ajit Kumar "Karn" liked their post औरत को बनाया तूने बहुत सोच-समझकर,
3 months ago
Ajit Kumar "Karn" liked their post मुझसे जो भी होता है वो मैं करता हूॅं!
3 months ago
Ajit Kumar "Karn" liked their post ऐसे हालात क्यूॅं दिखाया तूने ईश्वर !
3 months ago
Ajit Kumar "Karn" liked their post खुशामद की राह छोड़कर,
3 months ago
Ajit Kumar "Karn" liked their post सत्ता - सुख सबको अच्छा लगता है,
3 months ago
Page 7
Loading...