Comments (8)
12 Sep 2016 09:15 AM
बेहतरीन
Shubha Mehta
Author
3 Nov 2018 05:03 PM
बहि-बहुत धन्यवाद हेमंत जी ।
11 Sep 2016 04:24 PM
अच्छी अभिव्यक्ति ।
Shubha Mehta
Author
3 Nov 2018 05:03 PM
धन्यवाद ।
11 Sep 2016 04:17 PM
Nice one Shubha. Keep it up ?
Shubha Mehta
Author
3 Nov 2018 05:04 PM
बहुत-बहुत धन्यवाद ।
हर जगह महफ़िल सजी पर दर्द भी मिल जायेगा
अब हर कोई कहने लगा है आरजू बनवास की
मौत के साये में जीती चार पल की जिंदगी
क्या मदन ये सारी दुनिया, है बिरोधाभास की
सुन्दर प्रस्तुति बहुत ही अच्छा लिखा आपने
बहुत-बहुत धन्यवाद ।