Comments (7)
16 Nov 2016 09:00 PM
समसामयिक रचना । बहुत सुंदर
आनंद बिहारी
Author
16 Nov 2016 10:51 PM
जी आद अर्चना जी, सादर धन्यवाद
14 Nov 2016 11:23 PM
Bahut achchhe…
आनंद बिहारी
Author
15 Nov 2016 08:17 AM
जी भाई, Thnx
14 Nov 2016 08:35 PM
What a well timed response to the present situation. Aapke bheetar ka kavi manav mun ki samvedanaon ko bahut paini aur parkhi nazar se dekhta hai
Shubh-Aashish
Sadhu-vaad
आनंद बिहारी
Author
14 Nov 2016 09:02 PM
मेरे सरल और सीधी अभिव्यक्ति को आपने स्वीकार किया। अक्सर लोग या तो स्तरहीन joke या विद्वता को साहित्य / कविता मानते है।
…आपका आशीर्वाद बारंबार मिलता रहे, नमन।
बहुत ही सुंदर समसामयिक रचना।