Comments (4)
12 Aug 2016 04:30 PM
So true
बहुत खूब , शब्दों की जीवंत भावनाएं… सुन्दर चित्रांकन
11 Aug 2016 09:14 PM
Waah bahut he gazab
11 Aug 2016 07:53 PM
मार्मिक
So true
बहुत खूब , शब्दों की जीवंत भावनाएं… सुन्दर चित्रांकन
Waah bahut he gazab
मार्मिक
अत्यंत मार्मिक कविता आदरणीया,जिस तरह आप ने एक बलात्कार पीड़िता के दर्द को अपनी रचना में पिरोया है उसे सिर्फ़ महसूस ही किया जा सकता है.नमन आपको.।