Comments (2)
11 Aug 2016 02:42 PM
//गुस्सा उस पर आया भी
पर दिल को समझाया भी//
यह मतला है, इसे सबसे ऊपर रखें आ० निर्मला कपिला जीI छठे और आखरी शेअर में तकाबुल-ए-रदीफैन का दोष है, उसको दोबारा देखेंI ग़ज़ल अच्छी है जिस हेतु बधाई प्रेषित हैI
आज का सत्य