आदरणीय रामानंद मंडल जी, अपनेक उपरोक्त लेख में मिथिला के दरबारी कवि के बारे में तीन कवि के नाओं आएल । मुदा हमर प्रश्न जे मिथिला राज्य छल कहिया ? विद्यापति ठाकुर (हजाम) आ विद्यापति ठाकुर (बाभन), लालदास आ गोविंददास के जे चर्चा आओल अछि, वो तऽ तिरहुत राज्य के दरबारी कवि छलाह । अतः अपने द्वारा फेसबुक पर उठाओल सवाल मिथिला के दरबारी कवि के सब छलाह ? अनुचित अछि ।
ज्ञातव्य होइ जे मिथिला शब्दक पहिल चर्चा 1801 ई० कॉलब्रुक कइने छल । ताहि के बाद चंदा झा लगभग 100 पृष्ठ के मिथिला भाषा रामायण लिखलन्हि छल । ओहि सऽ पहिले मिथिला राज्य कतऽ छल ? सादर
आदरणीय रामानंद मंडल जी, अपनेक उपरोक्त लेख में मिथिला के दरबारी कवि के बारे में तीन कवि के नाओं आएल । मुदा हमर प्रश्न जे मिथिला राज्य छल कहिया ? विद्यापति ठाकुर (हजाम) आ विद्यापति ठाकुर (बाभन), लालदास आ गोविंददास के जे चर्चा आओल अछि, वो तऽ तिरहुत राज्य के दरबारी कवि छलाह । अतः अपने द्वारा फेसबुक पर उठाओल सवाल मिथिला के दरबारी कवि के सब छलाह ? अनुचित अछि ।
ज्ञातव्य होइ जे मिथिला शब्दक पहिल चर्चा 1801 ई० कॉलब्रुक कइने छल । ताहि के बाद चंदा झा लगभग 100 पृष्ठ के मिथिला भाषा रामायण लिखलन्हि छल । ओहि सऽ पहिले मिथिला राज्य कतऽ छल ? सादर