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15 Jun 2025 02:39 PM

तार बनकर छिड़ रही तुम उंगलियों में
मौसिकी चारों तरफ फिर भी रुदन है मुरकियो में
हमेशा की तरह लाजवाब लेखनी है आपकी 👌

आपका बहुत बहुत आभार आदरणीया
शिवजी आपका सदैव कल्याण करें
हर हर महादेव
🚩🙏🚩

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