मुझे फॉलो करेंगे के लिए भी धन्यवाद।कृपया अपना संपर्क नंबर दीजिएगा।मेरा संपर्क नंबर 9971006425
सद्कवि प्रेमदास वसु सुरेखा
9413373913
आदमी को सुंदर शब्दो में परिभाषित किया है । इसमें दो पंक्तियां भी जोड़ लीजिएगा।
आदमी,अब कहां रहा है आदमी।
आदमी को आदमी खा रहा है आदमी।।
ये जो भाव है ये सब इन 4 पंक्तियों में समाहित है आप अच्छे से पढ़े और विचार करें