Waah
कविता मे व्यंग्यात्मकता तो है ही पर व्यवहारिकता की सलाह बड़े प्यार से दी गई है। कवि ने सरल और स्पाट शब्दों मे कहा है कि केवल कार्य या मेहनत ही काम नहीं करते, उसमे चमचागीरी का ताड़का लगाना भी आवश्यक है जीवन में आगे बढ़ने के लिए। एक रूचिकर विषय छांटने के लिए कवि को बधाई।
कया खूब लिखा है सर
बहुत खूब
बहुत सुंदर व्यंगात्मक एवं यथार्थपरक रचना 👌👌👍👍