बहुत खूब
जी आपको दिल से प्रणाम और बहोत बहोत धन्यवाद शुक्रिया 🙏🙏🙏🌷🌷🌷
धन्यवाद अनामिका जी
भाई पोस्ट कर दी है पढ़िएगा ज़रूर। आपको डेडिकेट कर रहा हूं।
बहोत बहोत दिल के गहराई से शुक्रिया आदाब धन्यवाद आभार Thanks अभी just पढ़ी है लाजवाब है
भाई क्या लिखते हो कसम से ऐसा लगता है बस पढ़ते ही रहूं पढ़ते ही रहूं। सच में कहां से सोचते हो ऐसा मैंने भी एक गजल लिखी थीं जो आप पर पूरी बैठती हैं अभी पोस्ट करता हूं सिर्फ ओ सिर्फ आपके लिए।
धन्यवाद आपकी दुवां है ऊपर वाले के करम
बहुत ही भावुक रचना है
बहुत बहुत सहृदय से आभार धन्यवाद अमृता जी .🙏🙏🙏